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राजस्थान रा जिला रो नक्शो
(आभार राजस्थान पत्रिका)

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डूंगरपुर जिले रो सामान्य परिचय

सहयोगकर्ता रो नाम अने ठिकाणो
सहयोगकर्त्ता- प्रो.सरलापांडिया,
राजकीयमहाविधालय(हिन्दीविभाग), बांसवाडा

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क्षेत्रफल

37.70 प्रतिशत

साक्षरता

48.32 प्रतिशत

समुद्र तल सु ऊँचाई

 

आदमिया री साक्षरता

66.19 प्रतिशत

बिरखा रो औसत

761.07 मि.मी.

लुगाया री साक्षरता

31.22 प्रतिशत

उच्चतम तापक्रम

43 ं से.ग्रे.

नगरपालिका

2

न्युनतम तापक्रम

9 ं से.ग्रे.

पंचायत समितियाँ

5

कुल जनसंख्या

11,07,037

गांव पंचायता

237

आदमियां री संख्या

5,46,096

राजस्व गांव

850

लुगाया री संख्या

5,60,941

तहसील

4

ग्रामीण जनसंख्या

 

 

 

शहरी जनसंख्या

 

 

 

राजस्थान रे दक्षिण दिशा मय रूपारा डूँगरअ ने वेस आ जिलो बसेलो है ने आनु संभाग उदयपुर है। पूराणा डूँगरपुर रियासत नी राजधानी डूँगरपुर होवा थकी आणा जिला नु नाम ऐ डूँगरपुर शक्यु। आ जिलो 23.20 डिग्री थकी 24.1डिग्री उत्तरी अक्षांश ने 73.21 थकी 74.23डिग्री पूर्वी देशान्तर ने वेस है। डूँगरपुर नु नाम भील नी पालं ने डूँगरिया भील नी ढाणी ना नाम थकी जणाय है।

डूँगरियां भील नो सरदार अतो जिने 14वीं शताब्दी में रावल वीरसिंह देव मारी नाक्यों तो। रावल वीरसिंह ऐ डूगरियां ने गाम ऊपर कब्जों करी ने 1356 ई. में डूँगरपुर नी बसायवू। इतिहास मय ऐ बागड या वागर नामनी राजधानी ना रूप में गणै है य़े आजे बडोदा (आसपुर नु एक ग्राम) केहवाय है। 1945 मय डूँगरपुर में प्रजामंडल नी थापना करी। 1946 मय एक वरस बाद शासक ना अधीन रई ने काम करवा एक जवाबदारी वारी सरकार बणाववा नी माँग करी। मार्च 1946 मय तैइवर ना राजा ये जवाबदारी वारी सरकार बणाव्वा नी घोषणा करी दीदी। संयुक्त राज्य राजस्थान नु गठन थावा थकी आय नी सरकार खतम थई गई, ने राज्य नु शासन राज्य ने नवगठित संघ ना राजप्रमुख ने आपी दीइ। संयुक्त राज्य राजस्थान मय डूँगरपुर ने अलग जिला नु नाम मल्यु।

डूँगरपुर ने उत्तर में उदयपुर जोलो ने पूरब मय बाँसवाडा जिलो है। ऐना दक्षिण ने पश्चिम दिशा मय गुजरात राज्य नी हदे लागीली हैं। डूँगरपुर जिलो उदयपुर संभाग ने राज्य नी जनजाति भाग नो एक हिस्सों है। आनो कुल जमी नो भाग 3855 वर्ग कलोमीटर है। आणा जिला मय 761.07 मिलीमीटर पाणी पडे है। आय नू तापमान 43 डिग्री सेन्टीग्रेट हुदी पुगी जाय है। रोज नू तापमान करीब 9 डिग्री सेन्टीग्रेट रे है।

प्रशासन नी दृष्टि थकी उदयपुर संभाग ना आणा जिला मय तण उपखण्ड डूँगरपुर, सीमलवाडा ने हगवाडू, शार तेहसीले डूँगरपुर, हगवाडू आसपुर ने जिमरवाडू है। आय नो विकास थाय ऐम करी ने आणा जिला ने पांस पंचायत समितिया मय वाट्‌यु है। आणा मय शार तेहसीले ने अलावा बिछिवाडा ने लीदू है। जिला मय 850 गाँव है। जिला ना कुल क्षेत्रफल मय 42.42% थकी वदारे जमी खेतरअ में धान उगाडवा वारी है। आणा मय पायण वारी जमी 14.13% है।

डूँगरपुर जिला मय वदारे करी ने उंसी नीसी डूँगरीये ने गेहरय जंगल है। जंगलअ मय उगवावारी सीजे ऊपर आय ने लोग जीवी है ने कमाय है। आय नू मडूआ नू झाड आदिवासी लोग हारू एक आशीर्वाद ने हरकू है। आय उगवा वारी सीजे बाँस, आमरअ, गुँद, सार, कातो ने तेन्दु पत्त है। ऐम केवाय है के पुराणी नगर ना अवशेष ऊपर संवत 1358 ईसवी मय डूँगरपुर शेर तारे बसयु ज्यारे डूँगरसिंह राजा नू राज अतु। एणना नाम ऊपर आनु नाम डूँगरपुर राक्यु है। आय ना शिलालेख मय ऐने डूँगरगिरी लकाय है। आ रूपास शेर समुद्र नी जमी थकी 1403 फीट ऊपर है ने शारी आडी डूँगरा है। राजस्थानी भाषा मय डूंगर नो अरथ पहाड थाय है। झील ने ऊपर डूँगरा ऊपर एक नानो किल्लो है जिणा मय महारावल विजयसिंह ऐ विजयगढ नामनू मेल बणावाडयु तू।

देकवा लायक जगाए:


गैपसागर:
डूँगरपुर शेर नी शोबा में आ चार चाँद लगावे है। आ तराव स्थापत्य कल नो चित्रकार महारावल गोपीनाथे बणायवू। ऐना किनारा माते राजा उदयसिंह ऐ जे बे मेहल बणाइव है, उदय विलास मेहल ने विजय राज राजेश्वर मंदिर स्थापत्य कला न नमूना है। ऐनी पाल ऊपर महारावल पुजराजे गोवर्धन नाथ नू विशाल मंदिर ने ऐना मय बणेलू बादलो मेहल हैं।

श्रीनाथमंदिरफतेहगढी:
आणा मंदिर ने बणाब्बानू काम महारावाळ पूंजराज ऐ कराइवू तू। आणा मय श्रीगोवर्धन नाथजी ने श्री राधिका जी मुटी मूर्तिए लागी थकी है। ऐमस आ कल्पनाशील, कला कौशल वास ने घणू मेहनत थकी बणेलू है। ऐनू पुरू दृश्य देकवा लायक है। ऐना सनसेट पोइंट ऊपर स्वामी विवेकानंद जी ने बली नी मुर्ति है। ऐने अलावा रावरी बाई नु मंदिर, नाना भाई नो बगीसो ने कालीबाई बगीसो देकवा लायक है।

जैनमंदिर:
डूँगरपुर ना मोटा बाजार में भगवान आदिनाथ नु मुटू मंदिर, नेमिनाथ स्वामी नु मंदिर ने घाटी मय मामा भान्जा नु मंदिर भारत देश नी सभ्यता मे संस्कृति नु प्रतीक है।

धनमातानेकाळीमातानुमंदिर:
शेर नी सवारी वारी धनमाता ने काळी माता नु मंदिर शेर न भक्त ने खुश करे हैं। धनमाता ने मंदिर मय ताक कला कौशल नू नमुना है। आणा ताक (आरियो) मय मेले लो दिवा ने अवा बुझावी नती शक्ति।

जूनामहल:
धनमाता ना डूँगरा नी ढार ऊपर बणेलू जूना मेल करीब 750 वरस पुराणु है। रावल वीरसिंह देवे आणा सात मंजिल वारा मेहल ने विक्रम संवत 1339 कार्तिक शुक्ल एकादशी ने दाडे बणावाडयु तू। आणा मेहल ना सोकोर खंभा, टोके, छज्ज, गोकडा ने बारिक काम करीली झाडिया राजपूत स्थापत्य कला नु नमुनो पेश करे है। जूना मेल नी हित्तीये दिवारे भित्ति चित्र थकी शोभा आली रई थकी है। आणा भित्ति चित्र ने हाती रंग वार कास नु सुन्दर काम ऐ देकवा मले है।

उदयविलासपेलैस:
उदय विलास पैलेस डूँगरपुर शेर ने पूरब में एक अच्छू मेहल है। आ महल गैप सागर नी पार ऊपर लील रूकडअ ने बाग-बगीचों थकी ठकायब्जू है। इ मेहल पाण नी कारीगरी नु नमुनो है। आ मेहल धोरू संगमरमर ने धूत पाण थकी बणेलू है। आनो वेसनो भाण उसो टावरनुमा ने शारे आडी थकी सुन्दर मूर्तिकला, नक्काशी ने झारीये थकी सुसज्जित है। भीत माते पूराण ना धार्मिक चित्र ने बणाइव है।

देवसोमनाथ:
देवसोमनाथ नु आ मंदिर डूँगरपुर ने उत्तर-पुर्व नी दिशा मय 24 किलोमीटर थकी वेगरू देवगाँव में सोम नदी ने किनारे भगवान शिव नी मूर्ति वारु बणेलू है। धोर पाण थकी बणेलू आणा मंदिर री शोभा देकवा लायक है। स्थापत्य शैली ने आदार माते आने बारवी शती नु केहवाय जै। मंदिर ने पूरब में, उत्तर में, ने दक्षिण मय एक-एक बाण्णू ने गोकडा बणेला है। मंदिर ने मयना भाग (गर्म ग्रह) ने ऊपर एक ऊंसू शिखर ने गर्भग्रह ने हामें आट खंम थकी बणेलू एक सभा मंडल है। सभा मंडल थकी गर्भग्रह में जावा हारू आट पगतिय उतरव पडी है। गर्भग्रह मय स्फटिक थकी बणेलू शिवलिंग है। मंदिर ने कलात्मक सभा मण्डप में बण्या तोरण आपड समय नु स्थापत्य कला नू सुन्दर उदाहरण है। ऐना मंदिर ने शारे आडे पूराणी शिलालेख है। पाण ऊपर पाण किलो ने बणावे लू ने सुना नु के सीमेंट नु काम नती करयु ऐवू आ मंदिर लोग ने आकर्षित करें है।

बेणेश्वरधाम:
वागड नु पुष्कर ने वागड नु कुम्भ जेव नाम थकी प्रसिद्ध थयेलू आ बेणेश्वर नु धाम सेम माही ने जाखम गण नदिये नुं संगम ऊपर है। नवा टापरा गाम थकी डेढ किलोमीटर वेगरू बेणेश्वर धाम ने सब थकी पास वारू बस स्टैण्ड हाबरा नु (7 किलोमीटर) है। हाबरू गाम उदयपुर थकी 123 किमी. है। आ वावारा थकी 53 किमी., डूँगरपुर थकी 45 किमी. ने आसपुर थकी 22 किमी. वेगऊ है बेणेश्वर नू शिवमंदिर आय न भील जाति बल्ले वबारे पूजवा लायक है। ऐनी ई पूजा करे है। आय हर साल माध शुक्ल एकादशी थकी माध शुक्ल पूर्णिमा हुदी मुटो मेरो भराय जिणा मय आजारो री संख्या मय आदिवासी बइरअ ने आदमी एकड थाय है बेणेश्वर ने पास संवत 1850 (1793 ई.) में बणेलू एक विष्णु मंदिर है।

गलियाकोट:
मई शागर नदी ने कनारे बसोलू गलियाकोट गाम डूँगरपुर ने दक्षिण-पूर्व थकी 58 किमी. वेगरु है। गलियाकोट नु नाम एक भील नो सरदार ने नाम ऊपर राक्यु है। जेणे अणी जगा माते शासन करयु तू। आ परमारअ ने पूराणी डूँगरपुर राज नी राजधानी अतु। पूराणा किला नऊ अवशेष आय अवड देकाय है। आ गाम सैयद फरवरूद्धीन नी मजार ने कारण प्रसिद्ध है। उर्स ना मेरा ने वक्ते आय अजारो दाऊदी बोरा भक्त देश ने हित्तय भाग थकी आय एडक थाय है। आ उर्स मोहर्रम ने 27 वे दाडे थकी शुरु थाय। सैयद फरवरूद्धीन एक धार्मिक प्रवृत्ति ना आदमी अता। इ आपडा ज्ञान ने उदार स्वभाव ने कारण प्रसिद्ध अता। इ सब जगाए फरता-फरता गलियाकोट भय आयवा ने ऐ भरी वया ता ने ऐणने इस दफनावी दिदाता।

बडौदा:
जिला मुख्यालय थकी 41 किमी. वगरू आसपुर तेहसील ना सडक मारग ऊपर वसेलू बडौदा गाम पेले बागड नी राजधानी अती। आ गाम पूराणी राजपूत वास्तुकला ना अवशेषो ने कारण प्रसिद्ध है। पूराणी समय मय आय शैव ने जैन धरम ने मानवा वार लोक अत। बडौदा गाम मय तराव ने कने घोर पाण एक शिव मंदिर है। आणा मंदिर कने एक कुण्ड अतो जे संवत 1349 ने समय नू राजा वीरसिंह देव नु शिलालेख लागी लू अतु। गाम ना वेस एक पूराणी जैन मंदिर है। ऐणा मय पार्श्वनाथ नी मूर्ति अती। संवत 1904 में भट्टारक देवेन्द्र सूरी ऐ प्रमाणिक बणाइवु है। पास नो गाम आसपुर मय के
टल मंदिर है।

भुवनेश्वर:
जिला मुख्यालय थकी 9-10 किमी. वेगरू बिछीवाडा ना मारग ऊपर कावा गांव में भुवनेश्वर शिव मंदिर है। आ मंदिर घणु पुराणु है। हर सोमवारे आय भगत लोग दर्शन हारू आवे है।

संतमावजीनुमंदिर:
डूँगरपुर थकी 55 किमी. वेगरू हाबरी गाँव में शार भुजा विष्णु ना कल्की अवतार ने भविरा वाणी ने भजन बल्ले प्रसिद्ध ओदिश बा भूण मावजी महाराज नू मंदिर है। एनी स्थापत्य कला कला प्रेमिये नी प्रभावित करे है।

बोडीगामा:
डूँगरपुर थकी पूरब मय 40 मील वेगरु आ पूराणो कस्बों है। ऐना तराव ने पाय डूँगरा ऊपर एक शिवजी नू मंदिर है। बीजी डूंगरा ऊपर एक पूराणू सूर्य नू मंदिर है। ऐना सभा मण्डप मय सूर्य नी मूर्ति है। गाम ने वेस पूराणी विष्णु नू मंदिर है।

कला औंर संस्कृति


आदिवासियो नो महाकुंभ बेणेश्वर धाम मय हर वर माध मईना नी पूनम नो मेरो लागे है। ऐणा मय राजस्थान ने अलावा गुजरात ने मध्यप्रदेश ना भगत आवे है। अरावली पहाड मय आदिवासीय नी बागद प्रदेश नी गंगा माही नदी नी गोद में बेणेश्वर नाम नू सुन्दर जगा है। प्रकृति नी गोद मय आणी जगा ऊपर वैशाखी पूर्णीमा ने दाडे मेरो भराय ऐणा मय अजारो आदिवासी ने बीजी जातिय न लोग आवे है।
गलियाकोत मय दायदी बोरा जाति ना संत फरवरूद्दीन नी याद मय 27 वां मोहर्रम ऊपर उर्स नो मेरो भराय। आणा मेरा ने अलावा डूँगरपुर नी पाल ऊपर कार्तिक मईना मय हडमतियो मेरो, कार्तिक सुदी पुनम मय डूँगरपुर-अहमदाबाद रस्ता ऊपर नीला पानी नो मेरो, जैन जाति नो 24 उत्सव, आसपुर पंचायत ना रामपुर गाम ने कने बीजवा माता नो मेरो, भदारिया गाम मय गणेशजी नो मेरो भराय है। गलियाकोट मय कलात्मक खिलोन बणाब्बा वार दाऊदी बोरा जाति ना कलाकार सोपस्टोन ने वराशी ने ऐव बणावी दय के पाणो खुद बूली उट है। आ कलाकार सोपस्टोन ने, डूँगरपुर जिला मय नेकरवा वारो पारेवा पाणों ने तराशी ने दरगाह नी मजार ना मॉडल ने घरअ मय डाइंग रुमनी शोबा बढ़ाववा वारी आकर्षक कलाकृतियां ने अलावा उपहार मय आलवा हारू चीजे बणावें है।

डूँगरपुर
हरते पुगाय

1.
वायुमारग:
डूँगरपुर ने बल्ले सब थकी पाय नो अवाई अड्डो उदयपुर (120किमी.) ने अहमदाबाद (175 किमी.) है।

2.
रेलमारग:
डूँगरपुर उदेपुर-अहमदाबाद ना रेलमारग थकी जुडायलो है। शेर थकी रेलवे टेशण त्रण किमी. वेगरू है। एणा रेल मारग नी रेले-9643 एक्सप्रेस (हिम्मतनगर-डूँगरपुर-उदयपुर) ने मेवाड एक्सप्रेस (हिम्मतनगर-डूँगरपुर-उदयपुर) है।

3.
सडकनोमारग:
दिल्ली मुंबई नो राष्ट्रीय उच्च राजमारग सं. 8डूँगरपुर जिला मय थकी थई ने जाय है। सिरोही-रतलाम स्टेट हाईवे रस्तोए डूँगरपुर थकी जाय है। ऐम तो डूँगरपुर ने बल्ले सब शेर थकी हीदी बस सेवा है।

के
ठिकाणे पूछवानू :
बे मूटी होटले-हैरीटैज ने उदयविलास पैलेस ऐने बे ने अलावा घणी ओटले है।
1.प्रतिमा पैलेस- फोन न. 22675
2.वैभव होटल- 222672
3.होटल पुष्पांजलि

सरकारी
सुविधायां :
सर्किट हाउस फोन नं.--231412
डाक बंगला फोन नं.-222412
एस.टी.डी.कोड नं.-029641

 

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आप भला तो जगभलो नीतरं भलो न कोय ।

आस रे थांबे आसमान टिक्योडो ।

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